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दिल के चंद एहसास



आहिस्ता-आहिस्ता, वो मेरे करीब आए
मुझे पता ही नहीं चला, वो कब दिल में समाए।।
अब तो जुनून-ए-मोहब्बत, इस कदर चढ़ी है कि
देखने पर आईना, उसकी ही तस्वीर नजर आए।।


----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---

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5 Comments

Dilawar Singh

17-Feb-2024 11:25 AM

बहुत खूब 👌👌

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Rakesh rakesh

30-Jan-2023 11:22 AM

बहुत ही सुंदर

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Zakirhusain Abbas Chougule

24-Dec-2022 10:37 AM

Nice शशांक जी वो कौन है ? खुशबू का होता हैं कोई नाम भी !

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